रीठा का फल सूखने पर नरम और साबुन जैसा चिकना होता है। यह साबुन एवं शैम्पू बनाने वाली चीज़ों में मुख्य प्रोडक्ट होता है। रीठा के फल को रात भर पानी में भिगो कर अगले दिन शिकाकाई में मिला कर शैम्पू की तरह बाल बढ़ाने के लिए किया जाता है।
रीठा के पेड़ से कीड़े-मकोड़े और सांप एवं चूहे दूर रहते हैं, ऐसा माना जाता है। इसलिए धान की खेती करने वाले अपने खेतों में रीठा भी लगाते हैं ताकि उनकी फसल चूहों से बची रहे। साथ ही रीठा में मौजूद एंटी-वेनम से सांप या बिच्छू के काटे का जहर उतारा जा सकता है।
 
सावधानियां
यूँ तो रीठा के साइड इफेक्ट्स नहीं हैं, फिर भी कुछ बातें ध्यान में रखना ज़रूरी है।
 
 
सोप नट्स या रीठा सदियों से काम में लिया जाता रहा है। महिलाएं इसका उपयोग बालों की समस्याएं दूर रखने और उन्हें घना और चमकीला बनाने के लिए करती हैं क्योंकि यह इन्फेक्शन को दूर रखता है। इसे और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए इसमें शिकाकाई भी मिलाया जाता है।
10-12 Reetha कुछ घंटों के लिए पानी में भिगो दें। फिर उस पानी से अपने बाल धोएं। अगर आपके बाल पूरी तरह साफ़ न हो पायें तो उन्हीं भीगे अरीठों को फिर से पानी में भिगो दें और बाद में फिर से इस्तेमाल करें। इसके रेगुलर इस्तेमाल से बालों का झड़ना बंद हो जाएगा। भीगे हुए अरीठों को फेंकने की बजाये आप उन्हें भिगो कर कई बार काम में ले सकते हैं क्योंकि ये लम्बे समय तक उपयोगी रहते हैं।